Sunday, November 28, 2010

आप लोगों को मैंने अपनी अद्ध्यात्मिक यात्रा कि शुरुवात और पूज्य गुरूजी के मिलने कि कहानी काफी डिटेल में बताई मगर उन पोस्ट्स को मै ज्यादा देर तक आप लोगों को उपलब्ध नहीं करवा सकती इसके लिए मै आप सभी से माफ़ी चाहती हूँ मगर मेरे जीवन में गुरूजी के आने के बाद काफी बदलाव आये मैंने भगवान् को कई बार अपने बहुत करीब महसूस किया मैंने हमेंशा  पाया कि अगर उनपे सच्चा विश्वास है तो वो आपके विश्वास को कभी भी टूटने नहीं देंगे, ये एहसास, अरे एहसास ही क्यों ये विश्वास अब न सिर्फ मुझे बल्कि मेरे पूरे परिवार को है कोशिश करूंगी कि अपने और उनके experiences  आप लोगों के साथ भी शेयर करूँ.------------

       गोपालजी अब हमारे घर में अपनी लीलाएं करते रहते हैं अब वो हमारे घर के एक छोटे से बच्चे हैं मगर उन्हें भी एक बुरी आदत पर गयी है हमारे साथ ही देर से सुबह उठाने कि, अगर कभी मम्मी उन्हें जल्दी उठा देती हैं तो पूरा दिन मुंह फुलाए बैठे रहते हैं या ऐसा expression देते हैं कि अभी उठने का मन नहीं है, जो हम सब को एकसा पता चल जाता है हम एक दूसरे से शुरू में पूछा करते थे कि गोपाल जी क्या कह रहे हैं बताओ तो जिससे भी पूछो सब को एक सा ही दिखाई देता  अब तो ऐसा पूछना उनपर ? मार्क लगाने जैसा लगता है , अब तो वो बस इस घर के एक छोटे से बच्चे हैं और उनकी सेवा भी यथा संभव करने कि कोशिश कि जाती है मगर त्रुटियाँ तो होती ही हैं मगर वो पता है सब माफ़ कर देते हैं.
        आप लोगों ने शायद सभी ने notice किया होगा कि बहुत सारे मंदिरों में फोटो खींचना श्रीविग्रह का मना होता है शायद कुछ लोगों को इस बात में नाराज़गी भी हो जाती होगी, क्योंकि पहले हमे भी ऐसा लगता था, मगर अब शायद इसका कारण कुछ कुछ हमे भी पता चल गया है वैसे sure तो नहीं हैं मगर लगता है शायद विग्रह का तेज कम होता होगा वैसे अगर किसीको इसका सही कारण मालूम हो तो मुझे भी बताएं, कृपा होगी. मैंने ऐसा इस लिए सोचा क्योंकि हमने जब-जब गोपाल जी के सुन्दर स्वरुप को कैमरे में कैद करना चाहा कैमरे की बाकी सारी फोटोस भी मिट गयीं पूरी कि पूरी रील ही ख़राब हो जाती है और गोपाल जी नाराज़ दिखाई देने लगते हैं तब से अब हमने उनकी फोटो खींचना बंद कर दिया है. वैसे क्या-क्या बताऊँ उनके बारे में वो तो रोज ही कुछ न कुछ करते हैं. खैर बीच-२ में कोशिश करूंगी बताने की और जो भी बात मुझे जब याद आएगी और आप सब से शेयर करने का मन होगा randomly ही लिखूंगी क्योंकि serialwise याद नहीं हैं मुझे आशा है आप लोग भी अपने experiences हमसे शेयर करेंगे इसी आशा के साथ आज यहीं विराम देना चाहूंगी आप सभी पर बिहारीजी कृपा दृष्टि बनाये रखें सभी राधाजी के कृपापात्र बने रहे यही कामना हैं जय श्री राधे-जय श्री कृष्ण, जय गुरु

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